वैलेंटाइन डे नही मातृ-पितृ पूजन दिवस

 मुम्बई। पुज्य संत श्री आशारामजी बापू प्रेरित युवा सेवा संघ (मुम्बई-ठाणे-नवी मुम्बई) के युवाओं ने लोगों से वैलेंटाइन डे नहीं, मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का आग्रह किया। इसी उपलक्ष को मुंबई-ठाणे नवी मुंबई के सैकड़ो युवाओं ने बाईक वाहन रैली निकालकर लोगों में मातृ-पितृ पुजन 14 फरवरी को मनाने का संदेश दिया।


बता दें कि 2006 में हिमाचल प्रदेश से संत श्री आशारामजी बापू और उनके अनुयायियों ने पाश्चात्य संस्कृति वैलेंटाइन डे की के दिन मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का संकल्प लिया। उन‌का मानना था वैलेंटाईन डे से भारत में लाखो युवा-युवतियों का पतन हो जाता है। प्रेम के नाम पर युवा-युवतियाँ अपना जीवन खराब कर लेते है। इसलिए अगर प्रेम करना है तो सबसे पहले अपने माता पिता को करें जो धरती के जीते-जागते भगवान है।


संत श्री आशारामजी बापू व उनके अनुयायियों द्वारा पुरे भारत में इसका प्रचार किया गया जिसके फलस्वरूप आज पूरे भारत में करोड़ो लोग वैलेंटाइन डे नहीं मातृ-पितृ पुजन दिवस मनाते है।


14 फरवरी को एक साथ विले पार्ले, साकीनाका, बोरीवली, नालासोपारा, चांदिवली, घाटकोपर, कल्याण, नवी मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र के अलग जिल्हों में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।


अखिल मुंबई श्री योग वेदांत सेवा समिती द्वारा विले पार्ले में आयोजित मातृ पितृ पुजन कार्यक्रम में शामिल हजारो लोगों ने 14 फरवारी 2019 में शहिद हुए जवानों के लिए प्रार्थना भी किया व उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।


विले पार्ले पश्चिम में आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों के सर्वांगीण विकास की शिक्षा भी दी गई। कार्यक्रम के दौरान श्री योग वेदांत सेवा समिति के अध्यक्ष श्री राजेंद्र अग्रवाल, इंदु सहगल, रिना बहन व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।


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